ह्युंडई मोटर इंडिया ने 22 अक्टूबर 2024 को अपने आईपीओ के तहत शेयरों की लिस्टिंग की। शेयरों ने एनएसई पर ₹1,934 और बीएसई पर ₹1,931 पर शुरुआत की, जो कि आईपीओ मूल्य ₹1,960 से 1.3% की छूट है। यह आईपीओ भारत के इतिहास में सबसे बड़ा है, जिसकी कुल वैल्यू ₹27,870 करोड़ है।
मुख्य बिंदु
- ह्युंडई मोटर इंडिया के शेयरों ने एनएसई पर ₹1,934 और बीएसई पर ₹1,931 पर लिस्टिंग की।
- आईपीओ की कुल वैल्यू ₹27,870 करोड़ है, जो भारत का सबसे बड़ा आईपीओ है।
- आईपीओ के लिए सब्सक्रिप्शन 2.37 गुना रहा, जिसमें क्यूआईबी हिस्से ने लगभग 7 गुना सब्सक्रिप्शन प्राप्त किया।
- मैक्वेरी और नोमुरा जैसी ब्रोकरेज फर्मों ने ह्युंडई के शेयरों पर सकारात्मक रेटिंग दी है।
ह्युंडई मोटर इंडिया का आईपीओ 15 से 17 अक्टूबर 2024 के बीच खुला था। इस दौरान, यह देखा गया कि खुदरा निवेशकों और गैर-संस्थागत निवेशकों के हिस्से में सब्सक्रिप्शन अपेक्षाकृत कम रहा। खुदरा निवेशकों का हिस्सा 0.50 गुना और एनआईआई का हिस्सा 0.6 गुना सब्सक्राइब हुआ। हालांकि, क्यूआईबी हिस्से ने 6.97 गुना सब्सक्रिप्शन प्राप्त किया।
आईपीओ की विशेषताएँ
- आईपीओ मूल्य: ₹1,960 (ऊपरी सीमा)
- लॉट साइज: 7 शेयर
- कुल शेयर: 14.22 करोड़
- प्रमोटर शेयरधारिता: आईपीओ के बाद 82.5%
ह्युंडई मोटर इंडिया के शेयरों की लिस्टिंग के बाद, मैक्वेरी ने इसके लिए ₹2,235 का टारगेट प्राइस रखा है, जो कि आईपीओ मूल्य से 14% अधिक है। वहीं, नोमुरा ने ₹2,472 का टारगेट प्राइस दिया है, जो कि 26% की संभावित वृद्धि दर्शाता है।
भविष्य की संभावनाएँ
ह्युंडई मोटर इंडिया का भविष्य उज्ज्वल दिख रहा है। ब्रोकरेज फर्मों का मानना है कि कंपनी नई तकनीकों और मॉडल्स के साथ बाजार में अपनी स्थिति मजबूत कर सकती है।
- नए मॉडल: 7-8 नए मॉडल्स की योजना
- मार्जिन में सुधार: 14% तक EBITDA मार्जिन का लक्ष्य
- बाजार हिस्सेदारी: नई पावरट्रेन विकल्पों के साथ संभावित वृद्धि
ह्युंडई मोटर इंडिया ने अपने उत्पादों की गुणवत्ता और तकनीकी विशेषताओं के लिए एक मजबूत पहचान बनाई है। कंपनी ने अब तक लगभग 12 मिलियन यात्री वाहनों की बिक्री की है।
निष्कर्ष
ह्युंडई मोटर इंडिया का आईपीओ लिस्टिंग एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो न केवल कंपनी के लिए बल्कि भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए भी एक नई शुरुआत है। निवेशकों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है, क्योंकि कंपनी के पास विकास की कई संभावनाएँ हैं।